fundamental vs technical analysis full information for beginners
technical analysis vs fundamental analysis |
अगर आप मार्केट में काम कर रहे हो तो आपको पता होगा कि हमें मार्केट ke trande को पहचानने के लिए थोड़ी reserch करनी पड़ती है एक हो गया technical analysis और fundamental हम यह दो एनालिसिस करके जान सकते हैं कि मार्केट कौन सी दिशा में जाने वाला है
fundamental
fundamental |
फंडामेंटल एनालिसिस मैं हमें यह जानना होता है यह कंपनी profit में है या loss में है उसके पास बैलेंस कितना है उसके आगे के प्लान कौन-कौन से हैं वह कुछ काम कर रही है या नहीं उस कंपनी के बारे में full information *-जानने की होती हैं, कंपनी अगले 2 साल में कहां जाएगी 5 साल में कितना टर्नओवर होगा आगे चलकर कंपनी को फायदा होगा क्या नुकसान होगा क्या कंपनी का माल बिक रहा है या नहीं यह सभी प्रक्रिया को हम फंडामेंटल एनालिसिस कहते हैं फंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी की न्यूज़ आने वाली है तब भी बहुत से लोग पोजीशन लेते हैं और ज्यादातर लोग
31`जिस में इन्वेस्टर 2 साल का 5 साल का 10 साल का डाटा लेकर एनालिसिस करता है और वह फंडामेंटल के आधार पर इन्वेस्टमेंट करता है फंडामेंटल एनालिसिस वह लोग ज्यादा करते हैं जो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करते हैं उसमें 1 साल के लिए भी हो सकता है 2 साल 5 साल 10 साल इस तरीके से लोग फंडामेंटल एनालिसिस के आधार पर अपना पोजीशन लेते हैं अगर आप लॉन्ग टीम के लिए इन्वेस्ट करना चाहते हो तो ये करना बहोते जरूरी हो जाता हे
और आगे हम आपको ये बे बतायेगे के आपको कहा से डाटा लेना हे एनालिसिस के लिए ,
फंडामेंटल एनालिसिस जानने के लिए आप कंपनी की oficial website me जा सकते हो Google में ऐसी बहुत सारी वेबसाइट है वहां से भी आईडिया ले सकता हूं और काम कर सकते हो अब हम टेक्निकल एनालिसिस पर आते हैं
technical analysis
technical analysis |
यह प्रक्रिया को करने के लिए हमें यह सब देखना पड़ता है
price trend analysis
इसमें हमें यह जानना पड़ता है की मार्केट KA traend कौन सा है buy ya sell ka यह हमें जानना पड़ता है क्योंकि इस मार्केट में हमें पैसा कमाना है तो हमें trend ko follow करना बहुत जरूरी है मैं यह किस लिए बोला इस उदाहरण से समझ लीजिए
Exmp
जब ज्यादातर लोग buy करते हैं तो मार्केट ऊपर जाता है यानी कि ye यह Trend ka मार्केट है तब हमें sell नहीं करना है क्योंकि मार्केट तो buy मैं चल रही है उसे तरह मार्किट निचे जा रही हो तो वो मना जाता हे के मार्किट sell downtrend ka है तब हमें buy नहीं करना है हमें हमेशा trend के साथ चलना है
supply and demand
यह सारा खेल सप्लाई और डिमांड के नियम को फॉलो करता है
अगर मार्केट में सप्लाई और डिमांड ज्यादा है तो उसके अंदाजे से हम पता कर सकते है की मार्केट कौन से दिशा में जाने वाला है मैं आपको एक उदाहरण से समझाता हूं
Exmp
जब सप्लाई ज्यादा होगा और डिमांड कम होगा तब भाव नीचे जाएगा मतलब मार्केट नीचे जाएगा
जब सप्लाई ज्यादा होगा और डिमांड कम होगा तब भाव नीचे जाएगा मतलब मार्केट नीचे जाएगा
और डिमांड ज्यादा होगी और सप्लाई कम होगी तो मार्केट में पड़ जाएगा
support and resistance
सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस से मार्केट रिवर्स हो जाता है अगर मार्केट ऊपर से नीचे आ रहा है और नीचे कोई सपोर्ट है तो मार्केट उस सपोर्ट को टच कर के ऊपर जाएगी उसी तरह रेजिस्टेंस मार्केट नीचे से ऊपर जा रहे हैं और ऊपर कोई रेजिस्टेंस होता है तो मार्केट उससे टच कर कर नीचे आएगी क्योंकि सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के पास बहुत से लोग buy and sell करते हैं जिसे मार्केट ऊपर या नीचे जाता है
channel trading
दोस्तों मैंने जैसे ऊपर जो जो टॉपिक के बारे में मैंने बताया अब हम उसे कब यूज करें उसके बारे में मैं बात करता हूं
सारी मार्केट चैनल पर चलती है चैनल को रिस्पेक्ट करते हुए चलते हैं चाहे वह ऊपर जाती हो या नीचे आती हो वह चैनल को रिस्पेक्ट करेगी मैंने चार्ट आप को दिखाया है वह देखकर आप समझ सकते हो
हमारी वेबसाइट में आपको ट्रेडिंग एजुकेशन दिया जाएगा वह भी फ्री में तो आप हमारी वेबसाइट को विज़िट करते रहें
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